https://hi.hawzahnews.com/xbHct समाचार कोड: 379875 23 अप्रैल 2022 - 15:02 Print मासूमा क़ुम (स.अ.) की दरगाह से आमाले शब ए क़द्र की झलकीयां हौज़ा / दूसरी शब ए कद्र मे लाखो श्रृधालुओ ने आमाले शब ए कद्र मे भाग लिया। संबंधित समाचार :दिन की हदीस अमीरुल मोमिनीन (अ.स.) के घर में शबे कद्र कैसे गुज़रती? :दिन की हदीस इंसान की कदर व मंजिलत का अंदाजा लगाने का तरीका मेम्मबर ऑफ ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड लखनऊः मासूमीन (अ०स०) और क़ुरआन की निगाह में शबे क़द्र कीअज़मत :दिन की हदीस सहरी और इफ्तारी के वक्त सूरह कद्र की तिलावत का हैरतअंगेज़ सवाब इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई: मुसलमानों की नज़र में हज़रत ईसा अ.स. की कद्र व कीमत, ईसाइयों की नज़रों में इनकी कद्र व कीमत से कम नही हज़रत इमाम रज़ा (अ.स.) के हरम में आमाले शबे कद्र और शबे ज़रबत की अज़ादारी हज़रत मासूमा ए क़ुम अ.स. के हरम में उन्नीसवीं शाबे क़द्र के आमाल में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए/फोंटों :इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई शबे क़द्र दुआओं के कबूल होने की रात हैं। टैग्स हरमे मासूमा कुम शब ए कद्र अबू अली सीना अस्पताल आमाल का महत्व दुआ कबूल क्यो नही होती हौज़ा न्यूज़ हिंदी हौज़ा न्यूज़ एजेंसी हौज़ा न्यूज़ हौज़ा न्यूज़ हिन्दी